मुमकिन है
मेरे पहले पंक्ति से ही आप लोगों को पता चल गया होगा कि यहाँ बात वर्तमान लोकतंत्र के सबसे बड़े विजेता की हो रही है।
भरोसा। शायद यही उपयुक्त शब्द होगा जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतृत्व वाली सरकार ने अपने पहले कार्यकाल के दौरान देश के नागरिकों के मन और दिल में जगाया।
देश के दुश्मनों की आँख में आँख डालकर बात करने की बात हो,या राष्ट्रीय सुरक्षा की बात हो या उज्वला और आयुष्मान जैसी तमाम कल्याणकारी योजनाओं को प्रभावी तरीके से लागू करने की बात हो।
सरकार की कार्यशैली और आत्मविश्वास ने लोगों में यह भरोसा पैदा किया कि नामुमकिन कुछ भी नहीं। हर मोर्चे पर सरकार की साफगोई और निष्ठा ने लोगों का दिल जीत लिया,सब कुछ अच्छा हुआ और जो नहीं हुआ उसके लिए महज पांच साल की समयावधि के तर्क को कुतर्क तो कतई नहीं कहा जा सकता है।
तभी तो लोगों ने इस समयावधि को और बढ़ा दिया है। न सिर्फ बढ़ाया बल्कि इस लायक बनाया कि खुद के विवेक से सरकार सख्त से सख्त फैसले से भी न परहेज करें।,अब जनता को यह लग रहा हैं,कि नामुमकिन कुछ भी नहीं।
क्योंकि अब जनता ही बोलने लगी है,मोदी है तो मुमकिन है। ऐसे में नई सरकार के सामने विभिन्न क्षेत्रों की बड़ी चुनौतियों और उनके समाधान आज बड़ा मुद्दा है। इस जीत पर अटल जी की कुछ पंक्ति:
हार नहीं मानूगा,रार नहीं ठानूगा,
काल के कपाल पे लिखता और मिटाता हूँ,
मैं गीत नया गाता हूँ।
मेरे पहले पंक्ति से ही आप लोगों को पता चल गया होगा कि यहाँ बात वर्तमान लोकतंत्र के सबसे बड़े विजेता की हो रही है।
भरोसा। शायद यही उपयुक्त शब्द होगा जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतृत्व वाली सरकार ने अपने पहले कार्यकाल के दौरान देश के नागरिकों के मन और दिल में जगाया।
देश के दुश्मनों की आँख में आँख डालकर बात करने की बात हो,या राष्ट्रीय सुरक्षा की बात हो या उज्वला और आयुष्मान जैसी तमाम कल्याणकारी योजनाओं को प्रभावी तरीके से लागू करने की बात हो।
सरकार की कार्यशैली और आत्मविश्वास ने लोगों में यह भरोसा पैदा किया कि नामुमकिन कुछ भी नहीं। हर मोर्चे पर सरकार की साफगोई और निष्ठा ने लोगों का दिल जीत लिया,सब कुछ अच्छा हुआ और जो नहीं हुआ उसके लिए महज पांच साल की समयावधि के तर्क को कुतर्क तो कतई नहीं कहा जा सकता है।
तभी तो लोगों ने इस समयावधि को और बढ़ा दिया है। न सिर्फ बढ़ाया बल्कि इस लायक बनाया कि खुद के विवेक से सरकार सख्त से सख्त फैसले से भी न परहेज करें।,अब जनता को यह लग रहा हैं,कि नामुमकिन कुछ भी नहीं।
क्योंकि अब जनता ही बोलने लगी है,मोदी है तो मुमकिन है। ऐसे में नई सरकार के सामने विभिन्न क्षेत्रों की बड़ी चुनौतियों और उनके समाधान आज बड़ा मुद्दा है। इस जीत पर अटल जी की कुछ पंक्ति:
हार नहीं मानूगा,रार नहीं ठानूगा,
काल के कपाल पे लिखता और मिटाता हूँ,
मैं गीत नया गाता हूँ।